रविवार, 21 जून 2009

मेरा गीत मुझे लौटा दोतुम चाहती हो तुमको भूलूंमैं भूलूंगामेरा गीत मुझे लौटा दोमैं जी लूँगा।गाया था जो संग तुम्हारेमधुर क्षणों मे,भंवरों के संगगीत मुझे लौटा दोमैं जी लूँगातुम चाहती हो तुमको भूलूंमैं भूलूंगामेरा गीत मुझे लौटा दोमैं जी लूँगा।चंदा की वह मधुर चाँदनीछत पर जा जब बातें की थीचाँदनी मुझको लौटा दोमैं जी लूँगातुम चाहती हो तुमको भूलूंमैं भूलूंगामेरा गीत मुझे लौटा दोमैं जी लूँगा।अमुवा की वह छावं घनीपवन संग झुला झूले थेमुझको लौटा दोमैं जी लूंगातुम चाहती हो तुमको भूलूंमैं भूलूंगा मेरा गीत मुझे लौटा दोमैं जी लूँगा।तन्हाई मे तिल-तिल जीनाऔर मिलन की इच्छा करनापल मुझको लौटा दोमैं जी लूंगातुम चाहती हो तुमको भूलूंमैं भूलूंगामेरा गीत मुझे लौटा दोमैं जी लूँगा।जारी है. डॉ. अ.kirtivardhan

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